मृदुला गर्ग व चित्र मुद्गल हिंदी साहित्य मैं जानी-मानी साहित्यकार हैं। दोनों लेखिकाएं समकालीन हैं। दोनों की अपनी-अपनी विधाएं हैं। चित्रा मुद्गल ने खासतौर से सामाजिक, राजनीतिक मुद्दों को अपनी कहानियों का विषय बनाया है वही चित्रा मुद्गल ने नारी जीवन को अपनी विषय वस्तु बनाया है। दोनों लेखिकाओं के लेखन व कृतित्व पर उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमियों का भी पर्याप्त प्रभाव दिखाई देता है। अतः यह जरूरी हो जाता है कि दोनों लेखिकाओं के कृतित्व को जानने से पहले उनके व्यक्तिगत जीवन को भी जाना जाए।
शब्दकोशः मृदुला गर्ग, चित्र मुद्गल, साहित्यकार, राजनीतिक मुद्दे, पारिवारिक पृष्ठभूमि, व्यक्तिगत जीवन।