प्रस्तुत शोध आलेख ‘‘रीवा जिले में युवा स्वरोजगार योजना का विश्लेषणात्मक अ/ययन‘‘ पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य इस योजना के कार्यान्वयन, प्रभावशीलता एवं लाभार्थियों पर इसके प्रभाव का समग्र मूल्यांकन करना है। युवा स्वरोजगार योजना का उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना से अनेक युवाओं को स्वरोजगार करने के अवसर प्राप्त हुये हैं, लेकिन अनुसंधान में कुछ प्रमुख समस्याएँ भी सामने आईं, जैसे सूचना की कमी, ऋण स्वीकृति में देरी, प्रशिक्षण की अपर्याप्तता और योजनाओं की निगरानी में ढील। इसके अतिरिक्त, कुछ लाभार्थी योजना का पूर्ण लाभ नहीं उठा सके, जिसका मुख्य कारण मार्गदर्शन का अभाव एवं वित्तीय अनिश्चितता रही है। युवा स्वरोजगार योजना रीवा जिले में युवाओं के लिए एक प्रभावी उपकरण सिद्ध हो सकती है, यदि इसकी कार्यान्वयन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाए, स्थानीय स्तर पर जागरूकता बढ़ाई जाए एवं युवाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण एवं परामर्श की बेहतर सुविधाएँ प्रदान की जाये।
शब्दकोशः स्वरोजगार, युवा, योजना, रीवा, ऋण सुविधा, प्रशिक्षण, नीति विश्लेषण।