सूचना एवम संचार तकनीक के विकास के फलस्वरूप इंटरनेट और सोशल मीडिया विकासशील देशों में सभी वर्गो के लिए शिक्षा, रोजगार, मनोरंजन, व स्वास्थ सम्बंधी आवश्यकताओं की पूर्ति का सशक्त मा/यम बन गया है। भारत जैसे परंपरागत देश में सूचना प्रौद्योगिकी के इस क्रांतिकारी नवाचार ने पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को स्वतंत्र अभिव्यक्ति का सर्वाधिक प्रभावशाली मा/यम प्रदान किया है। यह कथन अतिशयोक्तिपूर्ण नहीं होगा, कि सोशल मीडिया ने मानव समाज के लिए आधारभूत आवश्यकता के रूप में स्थान बना लिया है। सन 2000 के बाद सूचना तकनीकी में हुए नवाचार से फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, व्हाट्सएप, टेलीग्राम तथा इंटरनेट ने महिला सशक्तिकरण एवं विकास के लिए भारतीय समाज की परम्परागत मनोवृति को भी परिवर्तित कर दिया है। महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन एवम सशक्तिकरण में सोशल मीडिया की विशेष भूमिका है। प्रस्तुत शोधपत्र भारतीय महिलाओं के सशक्तिकरण में सोशल मीडिया के प्रभाव का मूल्यांकन पर केंद्रित है।
शब्दकोशः सोशल-मीडिया,इंटरनेट, प्रौद्योगिकी, सामाजिक - सुरक्षा, साइबर बुलिंग, स्टॉकिंग, पोर्नोग्राफी।