यह अध्ययन कोविड-19 महामारी के दौरान विद्यालय शिक्षकों की पारिवारिक, आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर पड़े प्रभावों का विश्लेषण करता है। महामारी के कारण विद्यालयों के बंद होने और ऑनलाइन शिक्षा को अपनाने की आवश्यकता ने शिक्षकों के व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाए। इस शोध में 150 शिक्षकों का चयन किया गया और डेटा संग्रह के लिए स्वयं-निर्मित प्रश्नावली तथा पॉंच-बिंदु वाली लाइकरट स्केल का उपयोग किया गया। अध्ययन में पाया गया कि महामारी के दौरान डिजिटल संसाधनों की कमी, इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्याए और ऑनलाइन शिक्षण की जटिलताओं के कारण शिक्षकों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। आर्थिक दृष्टि से, निजी विद्यालयों के शिक्षकों को वेतन कटौती और नौकरी की असुरक्षा जैसी कठिनाइया झेलनी पड़ीं, जबकि सरकारी विद्यालयों के शिक्षक तुलनात्मक रूप से अधिक सुरक्षित थे। सामाजिक दृष्टि से, शिक्षकों का अपने सहकर्मियों और छात्रों से संपर्क सीमित हो गया, जिससे मानसिक तनाव में वृद्धि हुई। हालांकि, यह अध्ययन यह भी दर्शाता है कि ऑनलाइन शिक्षा ने शिक्षकों को नई तकनीकों को सीखने और पेशेवर विकास के नए अवसरों से परिचित कराया। इसके आधार पर, शोध यह सुझाव देता है कि हाइब्रिड शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा दिया जाए, शिक्षकों को डिजिटल संसाधन और तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाए, और उनकी आर्थिक व मानसिक सुरक्षा के लिए ठोस नीतिया लागू की जाए।
शब्दकोशः कोविड-19, ऑनलाइन शिक्षा, शिक्षकों की आर्थिक स्थिति, सामाजिक प्रभाव, डिजिटल संसाधन।
Article DOI: 10.62823/IJEMMASSS/7.1(I).7224