ISO 9001:2015

निवाई तहसील के किशोरावस्था की समस्या एवं समायोजन

डॉ. गीता मीणा (Dr. Geeta Meena)

किशोरावस्था वह अवस्था है जिसमें व्यक्ति ना तो बालक होता है न ही प्रौढ़ होता है। किशोरावस्था में ही व्यक्ति का भविष्य निर्धारित होता है। मानव के जीवन में किशोरावस्था सर्वाधिक विचलित अवस्था मानी गई है। इसे तूफान एवं तनाव की अवस्था भी कहा जाता है। इस अ/ययन में निवाई तहसील के किशोरो की समस्या एवं उनके समायोजन का अ/ययन किया जाऐगा जिसके तहत् प्रेषण विधि का प्रयोग किया जाऐगा एवं 20 किशोर किशोरियों का इसमें चयन किया है।

शब्दकोशः किशोरावस्था प्रौढ़ समस्या, समायोजन, विचलित।


DOI:

Article DOI:

DOI URL:


Download Full Paper:

Download