अभिव्यक्ति और प्रेस की स्वतंत्रता किसी भी लोकतांत्रिक समाज की आधारशिला मानी जाती है। यह स्वतंत्रता नागरिकों को अपने विचारों और भावनाओं को स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने का अधिकार प्रदान करती है। इसी प्रकार, प्रेस की स्वतंत्रता नागरिकों और सरकार के बीच संवाद का पुल बनती है, जो समाज को सूचित और सशक्त बनाती है। लोकतंत्र में प्रेस की भूमिका केवल सूचना प्रसारित करने तक सीमित नहीं होती, बल्कि यह सत्ता के दुरुपयोग को उजागर करने और समाज में पारदर्शिता बनाए रखने का महत्वपूर्ण माध्यम भी है।