भारत में अनेक धर्म, मत, सम्प्रदाय, प्रजाति एवं जाति के लोग निवास करते है। यहां की सम्पूर्ण जनसंख्या का लगभग 7.4 प्रतिशत भाग आदिम जातियों या जनजातियों द्वारा निर्मित है। 1981 की जनगणना के अनुसार भारत में 5 करोड़ 16 लाख जनसंख्या जनजातियों की थी, जो बढ़कर 1991 में 6.78 करोड़ तथा वर्तमान में 8 करोड़ से ऊपर हो गई है।