स्वामी विवेकानन्द प्लेटो, अरस्तु या मार्क्स की भांति कोई राजनीतिक चिन्तक नहीं थे और न ही उन्होंने किन्हीं राजनीतिक सिद्धान्तों को विकसित किया, लेकिन स्वामी विवेकानंद भारतीय राष्ट्रीयता के महान् पुरोधा थे तथा मानव कल्याण, व्यक्ति के आत्मविश्वास की प्रेरणा देने वाले थे। स्वामी विवेकानंद ने भारत के बाहर विदेश में भी भारतीय संस्कृति का लोहा मनवाया व विश्व कल्याण को संदेश दिया। प्रस्तुत शोध पत्र में स्वामी विवेकानन्द के राजनीतिक विचारों का अ/ययन किया गया है।
शब्दकोशः राष्ट्रीयता, मानव कल्याण, आ/यात्मिक स्वतंत्रता, विश्व धर्म संसद, अन्तर्राष्ट्रीयतावाद, विश्व बंधुत्व।